1 एथीलै हाऊं ज़ुण प्रभु दी गुलाम ऊ तुमु कु औरज़ कौरा ऊ कि ज़ेज़ी हाका कौरी तुमै औटाऐ थै, तिणी ई च़ाल च़ालौ, 2 मौतलब सारी दीनता और कौंअल़ै हुईऔ, और धीरज छाड़ियौ प्यारा कौरी एकी-दुजै री सौऔ; 3 और मिलनै रै बन्धना ई आत्मा री मेल छ़ाड़नै री कोशिश कौरौ। 4 एक ही शरीर आ और एक ही आ आत्मा; ज़िणै तुमै ज़ुण औटाऐ औन्दै थै आपणै औटाऐ औन्दै कु एका आश आ। 5 एक ही प्रभु आ, एक ही विश्वास, और एक ही बपतिस्मा, 6 और सारेऊ रौ एक ही सौरगा रौ बाब और बाब आ, और सारेऊ माथै और सारेऊ रै बीचा ई और सारेऊ दी आ। 7 पर आमु मांझी हर एकी लै मसीह रै दाना रै नतिज़ै रै अनुसार बौड़ी दया मिली आ। 8 एथीलै सेउ बोला आ: “सेउ ऊंच़ै माथै चौड़ौ आ और गुलाम निऐं बानियौ, और आदमी लै दैऔ दान।” 9 (तेसरै चौड़नै कु, और का पाई आ बल्कि एउ कि सेऊ धौतरी री थालकि ज़ागाहह माथै ऊतरौ भी थौ। 10 और ज़ुण ऊतरौ आ एऊ सेऊ आ ज़ुण सारै सौरगा माथै चौड़ी भी गौ कि सारौ कुछ ठीक कौरा)। 11 तिणिऐ कुछ प्रेरित छाँटिऔ, और कुछ भविष्यवक्ता छाँटिऔ और कुछ खुश-खुशी री खौबरी शुणाउणै वाल़ै छाँटिऔ और कुछ रौखवाल़ै और उपदेश दैणै वाल़ै छाँटिऔ दे ई, 12 ज़ेथ कौरी पवित्र लोग सिद्ध हुआ और सेवा रौ काम कौरिया और मसीह रौ शरीर बौड़ा, 13 ज़ेबी झांऊ कि आमै सारै रै सारै विश्वास और परमेश्वर रै छ़ोहरु री निशाणीा दी एक ना हुआलै, और एक सिध्द आदमी ना बौणिलै और मसीह रै पुरै डील-ढौला झाँऊ ना बौड़ी लै। 14 ताकि आमै औगाऊं लै छ़ोहरु ना रौआ लै ज़ुण आदमी री ठग-विध्या और चालाकी कौरी, तिऊंदी शका रै बिच़ारा रै और शिक्षा रै हर एक झौंके कु उछाल़ा और एशी-तेशी घुमाईया ई। 15 बल्कि प्यारा ई सौच्चाई कौरी आण्डदी बारै सारी बुशु दी तेथदी ज़ुण मूंड आ, मौतलब मसीह दी बौड़दै थाकौ लागी, 16 ज़ेथ कौरी सारौ शरीर, हर एक ज़ोड़ा री मज़दा कौरी कौट्ठै मिलिऔ और कौट्ठै बानुईऔ, तेस असरा रै अनुसार ज़ुण हर एक अंगा रै ठीक-ठीक काम कौरीयौ तेस दी हुआई, आपणै आपु ई बौड़ा ई कि सै प्यारा ई बौड़दै थाका ली लागी। 17 एथीलै हाऊं इणौ बोलाऊ और प्रभु दी बिनती कौरा ऊ कि ज़िणै ओरी ज़ाती रै लोग आपणै मौना री बिण मौतलबा री रीति माथै चाला ई, ऐबै तुमै तिणी ई नाईं च़ालौ। 18 कैलैकि तिउंरी बुध्दि शेड़ी हुइ गोई आ, और सेज़ै बिण ज्ञाना रै कारण ज़ो तिउँदी आ और तिउँरै मौना रै काठै हुणै रै कारण सै परमेश्वर रै ज़ीवना कु अलग ई किऐ औन्दै; 19 और सै शुन्न हुईऔ बेकदरी दी लागी गौऐ आ कि सारै रौंगा रै बुरै/गान्दै काम आपणी मौरज़ी कौरी कौरा। 20 पर तुमुऐ मसीह री इणी शिक्षा नाईं पाई। 21 बल्कि तुमुऐ सौच्ची तेसी री शुणी और, ज़िणौ यीशु दी सौच़्चौ आ, तेसी दी शिखाऐ भी ई 22 कि तुमै पिछ़लै च़ालच़लना रै पुराणै स्वभाव ज़ो बहकाउणै वाल़ी ईच्छ़ा रै अनुसार नाष हुआ आ, पोरू छाड़ौ 23 और आपणै मौना रै आत्मिक स्वभाव दी नौऐं थाकौ बौणदै लागी, 24 और नौऐं स्वभाव भिड़ी छ़ाड़ौ ज़ो परमेश्वारा रै अनुसार सौच्च़ाई री धार्मिकता और पवित्रता दी आ चाणौ औन्दौ। 25 एज़ै कारण झूठ बौलणौ छाड़ियौ हर एक आपणै पड़ोसी आइलै सौच्च़ौ बोलौ, कैलैकि आमै आपु मांझी एकी-दुज़ै रै अंग ई। 26 रोश ता गाड़ौ, पर पाप ना कौरौ; दीन ओड़नै झाऊं तुमुरै रोश नाईँ च़ाईं रौइणौ, 27 और ना शैताना लै मौकौ दैऔ। 28 च़ोरी कौरणै वाल़ौ दुजी बारै च़ोरी नाईं कौरा लौ, बल्कि भौलै कामा कौरना लै आपणै हाथा कौरी मैहनत कौरा लौ, एथीलै कि ज़ासकै ज़रूरत हौणी तेसकै देणा लै तेसकै कुछ हौणौ च़ाईं। 29 केज़ी भी गान्दी बूश तुमारै मुँआ कु नाईं च़ाईं निकल़ी, पर जरूरता रै अनुसार सेजी बूश च़ाईं निकल़ी ज़ो आगै बौड़ना लै आच्छ़ी औणी, ताकि तेथ कौरी शुणनै वाल़ेऊ माथै बौड़ी दया हुआली। 30 परमेश्वरा री पवित्र आत्मा शोकित नाईं कौरौ, ज़ेथ कौरी तुमु माथै छ़ुटकारै रै दिना लै छ़ाप आ देई औन्दी। 31 सारै रौंगा री कड़वाहट, और गुस्सौ, और झौगड़ौ, और बुराई, सारी दुश्मनी भाव तुमु कु दूर चाईं हुऐ। 32 एकी-दुजै माथै कृपालु और दया वाल़ै बौणौ, और ज़िणै परमेश्वरै मसीह दी तुमुरै गुनाह माफ किऐ ई, तिणी ई तुमै भी एकी-दुजै रै गुनाह माफ कौरौ।